पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खुलकर समर्थन में आए तिवारी ने कहा कि पंजाब को इस समय किसी सुरक्षित हाथों में सौंपा जाना चाहिए था। सिद्धू का नाम लिए बिना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तिवारी ने कहा कि जिन लोगों को राज्य की देखभाल की ज़िम्मेदारी दी गई थी उन्हें वहां के पूरे हालात का अंदाजा भी नहीं था।
तिवारी ने कहा कि पिछले एक साल से पंजाब के किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग लेकर सड़कों पर बैठे हुए हैं, ऐसे में पंजाब के लोगों के कल्याण एवं उनकी समस्याओं के लिए बेहत संवेदनशील होने की जरूरत है। इस समय हमें इस विवाद में नहीं पड़ना चाहिए था कि कौन AG बन रहा है या फिर पसंद के व्यक्ति को मंत्रिमंडल में जगह मिली या नहीं।