जल संरक्षण पर पीएम मोदी का नया मंत्र, मन की बात की 10 खास बातें

Webdunia
रविवार, 28 जुलाई 2019 (15:13 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए त्योहारों का उपयोग करने पर जोर दिया है। मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में ‘मन की बात’ की दूसरी कड़ी में कहा कि त्योहारों का समय आ गया है। त्योहारों के अवसर पर कई मेले भी लगते हैं। जल संरक्षण के लिए क्यों न इन मेलों का भी उपयोग करें। जानिए मन की बात की 10 खास बातें- 
 
1. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुस्तक पढ़ने के महत्व को रेखांकित करते हुए नरेन्द्र मोदी एप पर एक स्थायी ‘पुस्तक कार्नर’ बनाने का विचार व्यक्त किया और लोगों से इस पुस्तक कार्नर के लिए नाम सुझाने को कहा। उन्होंने कहा कि हम नरेन्द्र मोदी एप पर एक स्थायी पुस्तक कार्नर ही बना दें और जब भी हम नई किताब पढ़ें, उसके बारे में वहां लिखें, चर्चा करें। यह पुस्तक कार्नर पाठकों और लेखकों के लिए, एक सक्रिय मंच बन जाए। आप पढ़ते-लिखते रहें और ‘मन की बात’ के सारे साथियों के साथ साझा भी करते रहें।
 
2. मोदी ने कैंसर से जंग जीतकर मास्को में आयोजित वर्ल्ड चिल्डरेंस विनर्स गेम में 10 बच्चों के विजयी होने की सराहना की है। ये बच्चे हैं निधि बाईपोटु, मोनीष जोशी, देवांशी रावत, तनुष जैन, हर्ष देवधरकर, अनंत तिवारी, प्रीति नाग, अथर्व देशमुख, अरोन्यतेश  गांगुली और हृतिक अला-मंदा। इस प्रतियोगिता में शूटिंग, शतरंज, तैराकी, दौड़ फुटबॉल और टेबल टेनिस जैसी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन सभी 10 चैम्पियन्स ने इस प्रतियोगिता में मैडल जीते। इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने तो एक से ज्यादा खेलों में मैडल जीते।
 
3. मोदी ने कहा कि जल संरक्षण के मुद्दे ने देश में हलचल पैदा कर रखी है। उन्होंने एक जल नीति तैयार करने के लिए मेघालय सरकार की सराहना की और साथ ही हरियाणा सरकार की भी प्रशंसा की जो किसानों को ऐसी फसलों की ओर उन्मुख कर रही है जिनमें पानी की कम जरूरत होती है। पीएम ने कहा कि ने जल संरक्षण को त्योहारों पर लगने वाले मेलों के जरिए जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई जाए।
 
4. अपने 25 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने लोगों से 15 अगस्त को विशेष तैयारियों के साथ मनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आपको अवश्य ही इस तथ्य पर विचार करना चाहिए कि 15 अगस्त को कैसे लोक उत्सव के रूप में और जनता के त्योहार  के रूप में मनाया जा सकता है। 
 
5. प्रधानमंत्री ने इस बात को भी रेखांकित किया कि 1 जुलाई से शुरू होने के बाद 3 लाख से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा पूरी कर चुके हैं और तीर्थयात्रियों का आंकड़ा साल 2015 में 60 दिनों में तीर्थयात्रा करने वाले कुल तीर्थयात्रियों को पीछे छोड़ चुका है। प्रदेश के लोगों की आदर सत्कार भावना की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पर्यटन में वृद्धि होगी।
 
6. प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि चंद्रयान-2 अभियान देश के युवाओं को विज्ञान और नवप्रवर्तन के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि अब हमें, बेसब्री से सितम्बर महीने का इंतजार है जब चंद्रमा की सतह पर लैंडर – विक्रम और रोवर – प्रज्ञान की लैंडिंग होगी।
 
7. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों और युवाओं में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरुकता और दिलचस्पी पैदा करने के लिए एक क्विज प्रतियोगिता की घोषणा करते हुए कहा कि इसके विजेताओं को भारतीय अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा जाने तथा चंद्रयान -2 की लैडिंग देखने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस क्विज प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी एक अगस्त को  ‘माई गोव’ वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जाएगी।
   
8. प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की चार धाम यात्रा का भी जिक्र किया जहां बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं और पर्यटकों ने पवित्र तीर्थस्थलों की यात्रा की है। उन्होंने बताया कि 2013 की विनाशकारी आपदा के बाद 8 लाख से अधिक लोग केदारनाथ मंदिर में दर्शन कर चुके है। 
 
9. देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की स्थिति पर प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र, राज्य सरकारों के साथ मिलजुलकर तेजी से काम कर रहा है ताकि लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जा सके।
  
10. प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने 'मन की बात' में कश्मीर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि विकास की शक्ति, बम-बंदूक की शक्ति पर हमेशा भारी पड़ती है और जो लोग विकास की राह में नफरत फैलाना चाहते हैं, अवरोध पैदा करना चाहते हैं, वे कभी अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं हो सकते। उन्होंने जून महीने में जम्मू-कश्मीर में आयोजित ‘गांव की ओर लौट चले’ जैसी ग्रामीण सशक्तिकरण पहल का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम और उसमें लोगों की भागीदारी यह बताती है कि कश्मीर के हमारे भाई-बहन सुशासन चाहते हैं।

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