नई दिल्ली। देश में तेजी से हो रहे आर्थिक बदलाव समाज के हर क्षेत्र को प्रभावित कर रहे हैं। इसके कारण विभिन्न व्यवसायों और आय वर्ग के लोगों में शादी की उम्र को लेकर सोच तेजी से बदल रही है। पहले जहां कम उम्र में ही शादी कर दी जाती थी, वहीं अब इससे परहेज किया जा रहा है।
इन आंकड़ों के अनुसार पिछले दशक 2001-2011 के दौरान शादी की उम्र में आर्थिक आधार पर बांटी गई पुरुषों और महिलाओं की औसत आयु में सुधार हुआ है, पहले जहां विवाह कम उम्र में हो जाया करते थे, वहीं धीरे- धीरे उम्र की सीमा बढ़ती दिखाई दे रही है। इन्हें मुख्य श्रमिकों, खेतिहरों, कृषि मजदूरों, घरेलू काम में लगे श्रमिकों, सीमांत श्रमिकों और गैर श्रमिकों की श्रेणी में बांटा गया है।