बसपा नेता ने एक ट्वीट कर कहा कि उप्र सरकार एक समुदाय विशेष को लक्ष्य करके बुलडोजर विध्वंस तथा अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय तथा आतंक का माहौल बना रही है। यह कदम अनुचित एवं अन्यायपूर्ण है। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को निशाना बनाने की दोषपूर्ण कार्रवाई का अदालत जरूर संज्ञान ले।
उन्होंने कहा कि समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा तथा नवीन जिन्दल हैं, जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ और हिंसा भड़की। उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण। इसलिए उनकी तत्काल गिरफ्तारी जरूरी है।
मायावती ने कहा, 'सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढहाये जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों?'