दिल्ली के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल संविधान में विश्वास नहीं करते, उन्होंने (केजरीवाल) दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) का कोई लेखा परीक्षण (ऑडिट) नहीं कराया, जो घाटे में चल रहा था और विधानसभा में विभागों का नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षण से आडिट कराने को भी नजरअंदाज किया।
दिल्ली विधानसभा में विपक्षी नेता ने स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी और बिजली आपूर्ति, सार्वजनिक परिवहन के साथ कई अन्य क्षेत्रों में केजरीवाल सरकार की विफलताओं का हवाला दिया।