आयोग ने यह भी कहा कि वह महिलाओं की गरिमा सुनिश्चित करने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। आयोग ने अब तक ऐसी कई महिलाओं से संपर्क भी किया है। महिला आयोग ने एक बयान में कहा कि यौन उत्पीड़न के जो मामले मीडिया के जरिए सामने आए हैं, उन पर महिला आयोग ने गंभीरता से संज्ञान लिया है। हम महिलाओं के साथ होने वाले इस तरह के कृत्यों की कड़ी निंदा करते हैं।
आयोग ने कहा कि महिलाएं इन मामलों में आयोग तथा दूसरे सक्षम प्राधिकार के समक्ष शिकायत दर्ज कराएं। अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने 2008 में एक फिल्म के सेट पर नाना पाटेकर पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है जिसके बाद हॉलीवुड के 'मी टू' की तर्ज पर भारत में भी यह अभियान शुरू हुआ है, हालांकि पाटेकर ने तनुश्री के आरोपों का खंडन किया है। (भाषा)