क्या होता है स्पेस वॉर, अंतरिक्ष महाशक्ति बनने से अब विश्व में बढ़ेगा भारत का दबदबा, जानिए महत्वपूर्ण जानकारी...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि भारत अंतरिक्ष की महाशक्ति बन गया है। मिशन शक्ति के तहत चलाए गए इस ऑपरेशन में भारत सैटेलाइट ने 300 किमी ऊपर लो अर्थ ऑर्बिट में भारत ने सैटेलाइट को मात्र 3 मिनट में मार गिराया। इसके साथ ही अब भारत भी अमेरिका, रूस और चीन के बाद अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है।
क्या होता है स्पेस वॉर : माना जा रहा है कि अगला विश्व युद्ध धरती पर नहीं अंतरिक्ष में लड़ा जाएगा। इसे देखते हुए दुनिया के कई देशों ने उपग्रहों का प्रक्षेपण तेज कर दिया है। सभी देश अंतरिक्ष में अपनी ताकत तेज करने में लगे हुए हैं। जून 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अचानक स्पेस फोर्स बनाने का एलान कर अंतरिक्ष में हथियारों और सेनाओं की मौजूदगी को लेकर बहस छेड़ दी थी। उन्होंने अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन को स्पेस-फोर्स बनाने का आदेश दिया था। स्पेस-फोर्स के फैसले को वो देश की निजी सुरक्षा से जुड़ा मानते हैं।
क्यों अंतरिक्ष महाशक्ति बनना था जरूरी : 2007 में चीन ने धरती से मिसाइल दाग कर अपने (चीन के) मौसम उपग्रह को उड़ा दिया था। चीन की इस हरकत पर अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने नाराजगी दिखाई थी। इसके बाद साल 2013 में भी चीन ने पृथ्वी की कक्षा में रॉकेट दागा था जिससे दूसरे देशों के सैटेलाइट्स को खतरा हो सकता था। इससे पहले रूस और अमेरिका भी अस्सी के दशक में पुराने पड़ चुके सैटेलाइट्स को धरती से मिसाइल के जरिए नष्ट कर चुके हैं। हालांकि इससे दूसरे देश के सैटेलाइट के भी निशाना बनने का खतरा होता है। जरा सी चूक महायुद्ध की वजह बन सकती है।
इन तीन देशों को माना जाता है अंतरिक्ष महाशक्तियां : अंतरिक्ष में अगले विश्व युद्ध होने की आशंका के मद्देनजर अमेरिका, चीन और रूस की तैयारियां जोरों पर हैं। दुनिया में कुछ समय पहले तक सिर्फ रूस के पास स्पेस फोर्स थी जो 1992-97 और 2001-11 में सक्रिय रही। इसके बाद चीन और अमेरिका ने भी खुद को स्पेस वॉर के लिए तैयार किया और आज भारत ने भी अंतरिक्ष महाशक्ति होने का ऐलान कर दिया।