बांग्लादेश को सैन्य आपूर्ति के लिए 50 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त ऋण सुविधा की घोषणा करते हुए मोदी ने कहा कि यह बांग्लादेश की जरूरतों के अनुरूप होगा। हालांकि, तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर बहुप्रतीक्षित समझौते को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वीकार किया कि भारत-बांग्लादेश संबंधों के लिए तीस्ता जल बंटवारे का मुद्दा ‘महत्वपूर्ण’ है और इस बारे में भारत की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि तीस्ता भारत जल बंटवारे के मुद्दे का समाधान निकाला जा सकता है और निकाला जाएगा। मोदी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश विकास गठजोड़ में उर्जा सुरक्षा एक महत्वपूर्ण आयाम है और यह आगे बढ़ रहा है। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना ने शनिवार को आपसी महत्व के महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने रक्षा, सुरक्षा, कारोबार और उर्जा जैसे महत्वपूर्ण सामरिक क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने की संभावनाओं पर विचार किया। हैदराबाद हाउस में दोनों नेताओं ने अकेले में बात की और उसके बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई। हसीना चार दिनों की भारत यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंचीं। उनका रविवार को अजमेर जाने का कार्यक्रम है। हसीना सोमवार को भारतीय कारोबारियों के साथ बैठक करेंगी। (वार्ता)