अधिकारी ने कहा कि एक और मुद्दा उपग्रह की अवस्थिति का था। भारत और अफगानिस्तान जहां अपना उपग्रह रखना चाहते थे, वह कमोबेश एक ही था। सूत्रों ने बताया कि उपग्रह परियोजना के प्रति बांग्लादेश की भी बहुत दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि वह अपने भू-स्थैतिक संचार उपग्रह बंगबंधु-1 का प्रक्षेपण करने वाला है।
बहरहाल श्रीलंका, भूटान, मालदीव और नेपाल अब भी इस परियोजना को आगे ले जाने के लिए उत्सुक हैं और इन देशों से बात जारी है।