सिंह ने यह भी कहा कि राजग की शर्मनाक पराजय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। गृहमंत्री ने कहा, भागवत का बयान नुकसान पहुंचाने वाला नहीं था। यह कोई विवादास्पद बयान नहीं था।
सिंह ने कहा, हम उस तरह से नहीं सोच सकते। उन्होंने सिर्फ यह कहा था कि आरक्षण जारी रहना चाहिए। राजनाथ सिंह ने यह बात तब कही, जब उनसे पूछा गया कि क्या आरक्षण नीति की समीक्षा की वकालत किए जाने संबंधी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान का राजग की संभावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
सिंह ने यहां दिवाली मिलन कार्यक्रम में कहा, महागठबंधन का सामाजिक समीकरण हम पर भारी पड़ा। गृहमंत्री से जब यह पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री भाजपा की पराजय की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए इस्तीफा देंगे, तो उन्होंने कहा, यह किस तरह का सवाल है। उन्होंने कहा, यह भाजपा का नुकसान है, प्रधानमंत्री का नहीं।