उत्तरी मुंबई के कांदिवली उपनगर में सुवर्णा अस्पताल का उद्घाटन करते हुए भागवत ने कहा कि कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है। लेकिन जब हम देशभर में जाते हैं और देखते हैं तो हमें पता चलता है कि भारत में जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उस पर बुरी चीजों के मुकाबले 40 गुना अधिक बात हो रही है।
भागवत ने कहा कि लोगों में भारत को गौरव हासिल करते देखने की इच्छा 40 साल पहले की तुलना में आज अधिक प्रबल है। उन्होंने कहा कि इसे बढ़ना चाहिए। हम बढ़ रहे हैं लेकिन हम अभी तक उतने शक्तिशाली नहीं हैं। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग हैं जो हमें बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते। आज के समाज में सिर्फ रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य भी आवश्यक हो गए हैं।
भागवत ने कहा कि अच्छा या बुरा तय करने का पैमाना क्या है? कुछ ऐसा होता है जो दिखाई देता है और दूसरी ओर कुछ ऐसा होता है जो असल में होता है। कोई इसे ऐसे दिखा सकता है कि यह हो गया, भले ही वह न हुआ हो।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)