नई दिल्ली। संसद में बने गतिरोध को दूर करने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के भी शामिल होने के आसार है। 21 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अब तक संसद में कोई भी काम नहीं हो पाया है। सरकार चाहती है कि संसद में चर्चा हो लेकिन कांग्रेस के सांसद विभिन्न मुद्दों पर कालीपट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं। यूपीए संसद में आज एक बार फिर हंगामा खड़ा कर कामकाज में बाधा डाल सकता है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस ‘राजनीतिक कारणों’ से सरकार से परेशान हो सकती है, लेकिन उसे गहराई से यह आत्मविश्लेषण करना चाहिए कि ‘नकारात्मक सोच एवं उसके विघ्नकारी रवैये’ से देश और अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा। (एजेंसी)