नई दिल्ली। बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे राजस्थान में और अधिक बारिश हुई है। यहां के चार जिले जलमग्न हैं। वहीं पश्चिमी बंगाल में बिजली गिरने, डूबने और दीवार गिरने से आज 12 लोगों की मौत हो गई। यहां बाढ़ की स्थिति अभी भी भयावह बनी हुई है।
रेंगाली बांध से अधिक पानी छोड़े जाने की वजह से प्रशासन को यहां बाढ़ का खतरा लग रहा है। जल संसाधन मंत्रालय ने आज और कल भारी बारिश की आशंका जताते हुए पूर्वी मध्यप्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और पूर्वी राजस्थान के नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने की चेतावनी दी है।
मंत्रालय ने कहा है कि मध्यप्रदेश, झारखंड, उत्तरी मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के हिस्सों में भी सूनसान जगहों में भारी बारिश की वजह नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, इसकी वजह से सोन नदी, इलाहाबाद तथा बलिया के बीच दक्षिणी गंगा के सहायक नदियों, केन, बेतवा, चंबल, माही, साबरमती और नर्मदा में जल स्तर तेजी से बढ़ने की आशंका है। बयान में कहा गया है कि रविवार के बाद से बारिश में कमी आ सकती है।
इसी बीच राजस्थान के जालौर, पाली, बाड़मेर और राजसमन्द से 1,050 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। यहां भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है।
भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआरपीएफ, वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर और होम गार्ड सुरक्षा कार्य में लगे हुए हैं और प्रभावित स्थानों पर बचाव कार्य जारी है।
राज्य सरकार के संपर्क अधिकारी ने बताया कि इन जिलों से 520 लोगों को 20 विशेष राहत कैंप में भेजा गया है। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बचाव और राहत अभियान पर नजर रख रही हैं। विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी ने बताया कि ओडिशा में बाढ़ से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी बीच सात सदस्यों वाली केंद्रीय टीम ने असम में बाढ़ से हुए नुकसान को बड़े पैमाने पर हुई भारी क्षति बताया है। केद्र सरकार ने असम में बाढ़ से संबंधित मामलों में इस साल मारे गए लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये की मुआवजा राशि देने को कहा है। इस साल असम में बाढ़ से 79 लोगों की मौत हो चुकी है।
पश्चिमी बंगाल के पश्चिमी जिलों मे बाढ़ की स्थिति भयावह बनी हुई है। पश्चिमी मिदनापुर जिले में प्रशासन ने भारतीय वायु सेना से राहत अभियान के लिए मदद मांगी है। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय वायुसेना के एमआई 17 वी 5 हेलिकॉप्टर को बराकपुर वायु सेना स्टेशन से नागरिकों के बचाव के लिए भेजा गया है।
दामोदर वैली कॉरपोरेशन द्वारा छोड़े गए पानी और भारी बारिश की वजह से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 160 गांवों के 20 लाख लोग प्रभावित हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने राजस्थान के सूनसान जिले में कल भारी बारिश की आशंका जताई है। (भाषा)