शोधकर्ताओं ने पाया कि दुनिया में हर साल कैंसर से जितने लोगों की मौत होती है, उनमें आधे से अधिक भारत, चीन, ब्रिटेन, ब्राजील, रूस, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका के मरीज होते हैं।
उन्होंने कहा कि धूम्रपान एवं 3 अन्य जोखिमपूर्ण कारकों- मद्यपान, मोटापा और ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) से 20 लाख लोगों की जान चली जाती है। ये ऐसे कारक हैं जिनकी रोकथाम संभव है। 'इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर' (आईएआरसी), क्वीन मैरी लंदन विश्वविद्यालय और ब्रिटेन के किंग्स कॉलेज के शोधकर्ताओं ने मिलकर यह अध्ययन किया है।