भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के खिलाफ भाजपा एक बार फिर हमलावर हो गई है। कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए बुधवार को पूरे प्रदेश में भाजपा के दिग्गज नेता सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ घंटा बाजाया। भोपाल में प्रदेशव्यापी घंटानाद आंदोलन का नेतृत्व पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने किया तो जबलपुर में नेता प्रतिपक्ष कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरे।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष ने कमलनाथ सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है, छोटे काम के लिए मंत्री लिफाफे और बड़े काम के लिए सूटकेस ओर ब्रीफकेस भरकर पैसे ले रहे। प्रदेश में उद्योग धंधे के नाम पर 9 महीनों में सिर्फ अपहरण उद्योग फलफूल रहा है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने अपनी कमाई के लिए सरकार में सिर्फ तबादला उद्योग बनाया। जनता त्राहिमाम कर रही है और सरकार मस्ती में लगी हुई है।
शहर के नोद्रा पुल से भाजपा कार्यकर्ता रैली के रुप में कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए बढ़े तो पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर कार्यकर्ताओं को रोक लिया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में जब कार्यकर्ताओं ने पुलिस का घेरा तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश तो पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग करके कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दी।
आंदोलन के दौरान विधायक रामेश्वर शर्मा और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ कलेक्ट्रेट की ओर कूच करने की कोशिश की तो पुलिस के साथ उनकी हल्की धक्कामुक्की हुई। आंदोलन के दौरान राकेश सिंह ने प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर विफल करार दिया। बुधवार को सूबे के हर जिले में भाजपा नेताओं ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया।