कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि यह दुखद है कि फसलों के दाम मांगने के लिए लड़ रहे किसानों पर गोली चलाई गई। किसानों का संघर्ष अपनी फसलों का वाजिब दाम देने की मांग को लेकर था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने फसल की उचित कीमत देने के बजाय अन्नदाताओं की ही जान ले ली।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील है और उसी की तरह उसके संस्थान भी असंवेदनशील बनकर काम कर रहे हैं। उनका कहना था कि दूरदर्शन के किसान चैनल को किसानों की दुर्दशा दिखानी चाहिए थी, लेकिन उसने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने इसे भाजपा का मीडिया प्रबंधन बताया और कहा कि मीडिया प्रबंधन के तहत ही मंदसौर में इंटरनेट जैसी सुविधाएं बंद की गई हैं।
सिंघवी ने कहा कि भाजपा सरकार की असंवेदनशीलता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि पहले कहा गया था कि फायरिंग नहीं हुई लेकिन बाद में उसी सरकार के गृहमंत्री कहते हैं कि किसानों की मौत पुलिस की गोलियों से हुई है। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य लोग किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए वहां जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी। (वार्ता)