यहां विधानमंडल परिसर में विधान परिषद चुनाव के लिए अपना वोट डालने के बाद उन्होंने कहा, मैंने जो कुछ कहा, उस पर मैं अडिग हूं। उन्होंने कहा, मैंने कल पाकिस्तान और हुर्रियत के बारे में जो कुछ कहा, कश्मीर के उबरने और लोकतंत्र के काम करने तथा इसमें विश्वास को उन्होंने (पाकिस्तान और हुर्रियत ने) मान्यता दी तथा इस बात को समझा कि मतदाता पर्ची लोगों की नियति है, न कि गोली या ग्रेनेड।