उल्लेखनीय है कि पिछले 58 दिनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों से 1.15 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी ने यह राशि अपने जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में हिस्सेदारी बेचकर जुटाई है। वहीं 53,124.20 करोड़ रुपए उसने राइट्स इश्यू जारी करके जुटाए हैं।
कंपनी ने एक बयान में कहा था कि पिछले साल ईंधन विपणन कारोबार में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ब्रिटेन की बीपी को 7,000 करोड़ रुपए में बेचने और हाल में हासिल निवेश से कंपनी ने कुल 1.75 लाख करोड़ रुपए की राशि जुटाई है। रिलायंस पर 31 मार्च 2020 की समाप्ति पर 1,61,035 करोड़ रुपए का शुद्ध ऋण था। इस निवेश के साथ ही रिलांयस का शुद्ध ऋण शून्य हो गया है।