Mukhtar Ansari Death: एक था मुख्तार अंसारी, खौफ की कहानी का अंत

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 30 मार्च 2024 (09:17 IST)
  • गैंगस्टर से राजनेता बना था मुख्‍तार अंसारी
  • हत्या से लेकर जबरन वसूली तक के 65 मामले थे दर्ज
  • 5 बार चुने गए थे विधायक
Mukhtar Ansari Death: पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में खौफ का पर्याय बने गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी की बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अंसारी के कब्र में दफन होने के साथ ही अपराध की एक खौफनाक कहानी का अंत हो गया।

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हालांकि बेटे उमर ने अंसारी की मौत के पीछे साजिश की बात कही है। उसने अंसारी को धीमा जहर देने का आरोप लगाया है। इन आरोपों में कितना दम है, इसका खुलासा तो जांच के बाद ही हो पाएगा। लेकिन, मुख्तार पर हत्या से लेकर जबरन वसूली तक के 65 मामले दर्ज थे, फिर भी वह 5 बार विधायक चुना गया। उसके अपराधों की फेहरिस्त बहुत लंबी है।
 
साल 1963 में एक प्रभावशाली परिवार में जन्मे अंसारी ने 1978 की शुरुआत में महज 15 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा। अंसारी पहली बार 1996 में मऊ से बसपा के टिकट पर विधायक चुना गया था। उसने 2002 और 2007 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव जीता। 2017 में फिर मऊ से चुनाव जीता। 2022 में मुख्तार ने अपने बेटे अब्बास के लिए यह सीट खाली कर दी, जो ओमप्रकाश राजभर की पार्टी से चुनाव जीता।
 
मुख्‍तार 19 वर्षों से उत्तर प्रदेश और पंजाब की विभिन्न जेलों में बंद रहा। 2005 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय समेत 7 लोगों की हत्या के बाद अंसारी का खौफ और बढ़ गया था। हालांकि इस हत्याकांड में गवाह के पलटने से उसे सजा नहीं मिली।

बहुचर्चित रूंगटा हत्याकांड में भी अंसारी पर अपहरण का आरोप लगा था। वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय की हत्या के मामले समेत कई अन्य मामलों में उसे सजा सुनाई गई थी।

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माफिया डॉन मुख्तार की कहानी के सिक्के का दूसरा पहलू भी है। जहां यूपी के बड़े इलाके में उसका खौफ था, वहीं कुछ लोगों के लिए वह रॉबिनहुड से कम नहीं था। कुछ स्थानीय लोगों का मानना है कि अंसारी लोगों की मदद करता था। 
 
बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गुलाब राम ने कहा कि लोग दुखी हैं। सहानुभूति में दुकानें बंद हैं। अंसारी सबके सुख-दुख में शामिल होते थे। असदुद्दीन ओवैसी, अखिलेश यादव समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने अंसारी की मौत पर सवाल उठाए हैं। 
 
दूसरी ओर, मोहम्मदाबाद से भाजपा विधायक रहे कृष्णानंद राय के भतीजे आनंद राय ने अंसारी की मौत पर कहा कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं। यह भगवान का न्याय है। कृष्‍णानंद राय की पत्नी व पूर्व विधायक अलका राय ने कहा कि हमको बाबा विश्वनाथ पर पूरा भरोसा था। आज योगी जी और मोदी जी की वजह से न्याय मिला।
Edited by : Nrapendra Gupta

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