लखनऊ। सरकारी बंगले खाली करने के अंतिम दिन के कुछ घंटे पहले शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव यहां वीवीआईपी गेस्ट हाउस में रहने चले गए। वीवीआईपी गेस्ट हाउस के प्रबंधक राजीव कुमार ने बताया कि मुलायम सिंह शुक्रवार रात वीवीआईपी गेस्ट हाउस आ गए थे और उन्होंने रात यही गुजारी थी जबकि अखिलेश, उनकी सांसद पत्नी डिम्पल यादव और 3 बच्चे शनिवार दोपहर गेस्ट हाउस पहुंच गए। इन तीनों को 1-1 सुइट बुक किया गया है। इन सभी सुइट में 2-2 कमरे जुड़े होते हैं। अधिकारियों ने कहा कि नियमों के अनुसार किसी को भी 1 सुइट 3 दिन के लिए बुक होता है, उसके बाद उसे फिर से कमरा बुक कराना होता है।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने पिछली 7 मई को पूर्व मुख्यमंत्रियों को यह कहते हुए अपने सरकारी बंगले खाली करने का आदेश दिया था कि पद से हटने के बाद वे सरकारी आवास में नहीं रह सकते। इसके बाद राज्य संपत्ति विभाग ने 6 पूर्व मुख्यमंत्रियों- नारायणदत्त तिवारी, मुलायम सिंह यादव, कल्याण सिंह, मायावती, राजनाथ सिंह और अखिलेश यादव को अपने सरकारी बंगले खाली करने का नोटिस दिया था।
मुलायम अखिलेश वीवीआईपी गेस्ट हाउस में आ गए हैं जबकि नारायणदत्त तिवारी बीमार हैं और उनकी पत्नी ने बंगला खाली करने के लिए राज्य संपत्ति विभाग से यह कहते हुए कुछ और वक्त मांगा है कि उनके पति अपनी जिंदगी के आखिरी लम्हे जी रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने मॉल एवेन्यू स्थित अपना सरकारी बंगला अभी खाली नहीं किया है। उनके आवास के बाहर 'पंडित नारायणदत्त तिवारी सर्वजन विकास फाउंडेशन' का बोर्ड लग गया है। माना जा रहा है कि यह बंगला बचाने की कवायद के तहत किया जा रहा है।
बसपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के अपने सरकारी आवास 13ए, मॉल एवेन्यू को पार्टी संस्थापक कांशीराम का स्मारक बताए जाने से एक नया पेंच फंस गया था, हालांकि संपत्ति विभाग ने उनके इस दावे को निरस्त करते हुए कहा था कि मायावती ने 6, लालबहादुर शास्त्री मार्ग स्थित जो आवास खाली किया है, उस पर उनका अवैध कब्जा था। राज्य संपत्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मायावती को पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से 13ए, मॉल एवेन्यू बंगला आबंटित किया गया था, वहीं 6, लालबहादुर शास्त्री मार्ग बंगले पर उनका अवैध कब्जा था जिसे अब उन्होंने खाली किया है। उन्हें उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार मॉल एवेन्यू का बंगला खाली करना होगा।
मालूम हो कि मायावती ने उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुपालन का दावा करते हुए 6, लालबहादुर शास्त्री मार्ग बंगला खाली कर दिया था। दूसरी ओर बसपा का कहना है कि उत्तरप्रदेश सरकार ने मायावती को 13ए, मॉल एवेन्यू वाला बंगला खाली करने का नोटिस भेजा, जबकि उन्हें लालबहादुर शास्त्री मार्ग वाला आवास खाली करने का नोटिस भेजा जाना चाहिए था, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें यही बंगला आबंटित किया गया था।
बसपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात में यह दावा किया था कि मॉल एवेन्यू वाले बंगले को वर्ष 2011 में कांशीराम स्मारक घोषित कर दिया गया था और मायावती उसकी देखभाल के लिए वहां रहती थीं। उनके पास स्मारक परिसर के मात्र 2 कमरे ही थे।
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पहले ही अपना 4, कालिदास मार्ग स्थित बंगला खाली कर दिया है और वे गोमती नगर के विपुल खंड में अपने पुराने मकाने में चले गए हैं। वहीं एक और पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने अपना सामान अपने पौत्र संदीप सिंह के मकान में शिफ्ट कर लिया है। संदीप सिंह योगी सरकार में मंत्री हैं। (भाषा)