कड़ावाला टाइगर मेनन के निर्देश पर मुंबई तक हथियार लाया था जिनका इस्तेमाल 1993 के सिलसिलेवार बम विस्फोटों में किया गया। 7 फरवरी 2001 को 3 अज्ञात लोगों ने उसके कार्यालय के निकट उसकी हत्या कर दी। मुंबई पुलिस को संदेह है कि महानगर में हुए 12 विस्फोटों के बाद यह काम राजन का है। विस्फोट में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से ज्यादा जख्मी हो गए थे।
आरोप है कि कड़ावाला ने अन्य के साथ मिलकर दत्त के घर के गैरेज में हथियारों का जखीरा छिपाया था जिनका इस्तेमाल विस्फोट में हुआ। बहरहाल, अभिनेता ने विस्फोट में किसी तरह के षड्यंत्र की जानकारी होने से इंकार किया और मामले में टाडा आरोपों से बरी हो गए थे। (भाषा)