मुंबई। मुंबई आतंकवादी हमलों में अपने माता-पिता को खोने वाला इस्राइल का बच्चा मोशे होल्त्जबर्ग हमलों के बाद मंगलवार को पहली बार मुंबई आया और उस स्थान पर गया जहां वह नौ साल पहले आतंकी हमले के समय मौजूद था। मोशे मुंबई पहुंचने के बाद नरीमन हाउस गया। वह इस स्थान पर करीब दो घंटे तक रहा।
मुंबई पहुंचने के बाद 11 वर्षीय मोशे ने कहा कि वह मुंबई आकर खुश है। वह सुबह आठ बजे के बाद यहां मुंबई हवाई अड्डे पहुंचा। शर्मीले मोशे ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। मोशे अपने दादा शिमोन रोसेनबर्ग के साथ यहां आया है।
रोसेनबर्ग ने कहा, मैं भारत आकर काफी खुश हूं और प्रार्थना करने के लिए नरीमन हाउस जा रहा हूं। मैं भारत के लोगों का अभिवादन करूंगा। मैं इस देश में काफी अच्छा महसूस करता हूं।
मोशे जब दो साल का था तब उसके माता-पिता (रब्बी गैव्रियल होल्त्जबर्ग और रिविका) 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा नवंबर 2008 में नरीमन हाउस पर किए गए आतंकवादी हमले में मारे गए थे।
यह यहूदी दंपति यहां नरीमन हाउस में एक सांस्कृतिक केंद्र चलाता था। मोशे की भारतीय आया सैंड्रा सैम्युल ने आतंकी हमले में उसकी जान बचाई थी। इस आतंकी हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल जुलाई में इस्राइल की यात्रा के दौरान मोशे और उसके दादा-दादी से भेंट की थी और उनसे कहा था कि वे लोग कभी भी भारत की यात्रा पर आ सकते हैं।
मोदी के साथ मुलाकात के दौरान मोशे ने कहा था, मुझे नरीमन हाउस के साथ हमारा संबंध याद है। मैं आशा करता हूं कि मैं मुंबई आ पाऊंगा और बूढ़ा होने पर मैं वहीं रहूंगा। मैं आपको और भारत के लोगों को प्यार करता हूं। (भाषा)