केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि पहले मुस्लिम महिलाएं 'महरम' यानी शौहर, पिता, सगे भाई या बेटे के साथ ही हज पर जातीं थीं, लेकिन पहली बार उन्हें अकेले यात्रा की अनुमति दी गई है। अब 45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं चार-चार के समूह में अकेले हज करने जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इन महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखेगी।