मोदी ने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार के प्रयासों और लोगों की आकांक्षाओं के बावजूद पिछले सत्र में तीन तलाक विधेयक पारित नहीं हो सका। यद्यपि इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए थी, क्योंकि यह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों से संबंधित है, लेकिन यह विधेयक पारित नहीं किया जा सका।