मोदी ने कहा यह सही है कि मैंने पर्यटक के रूप व्हाइट हाउस के बाहर लोहे जाली के बाहर फोटो खिंचवाई थी। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर भी आई थी... जिस बात ने वहां मन को छू लिया था, वह थी बराक ने मुझे दी गई एक किताब। यह किताब 1894 में छपी थी, जिसमें शिकागो में स्वामी विवेवानंद के भाषणों का कंपालेशन था। बराक ने मुझे किताब खोलकर बताया कि उसमें क्या उन्होंने पढ़ा है, यानी बराक ने वो किताब पढ़ी थी। तब बराक बोले थे कि 'मैं शिकागो से आता हूं, जहां विवेकानंद गए थे।' यही बात मेरे मन को छू गई।