केन्द्र ने प्रदूषण से प्रभावित गंगा को तीन साल में पुनजीर्वित करने की एक समेकित योजना ‘नमामी गंगा’ तैयार की है। इसराइल के आर्थिक एवं व्यापार मिशन के प्रमुख योनातन बेन जाकेन ने बताया, 'हम पहले ही केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती और संबंधित सचिवों के साथ कुछ बैठकें कर चुके हैं, हम इसमें शामिल होना चाहते हैं। हमने (परियोजना के लिए) अपने जानकारी, प्रौद्योगिकी और तकनीकी जानकारियों की पेशकश की है।'
‘जल सुरक्षा और अनुपयुक्त पानी प्रबंधन’ पर एक सेमिनार के मौके पर उन्होंने कहा कि इसराइल को अनुपयुक्त जल ट्रीटमेंट, शुद्धिकरण तथा कृषि एवं उद्योग के लिए पानी के दोबारा इस्तेमाल के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं और विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है।
कम से कम 11 इसराइली कंपनियों ने इस सेमिनार में भाग लिया जो भारतीय और इसराइली कंपनियों के बीच ‘बिजनेस टू बिजनेस’ (बीटूबी) मुलाकात वार्ता थी। इन कंपनियों में एक्वाइज, बॉयोपेट्रोक्लीन, आमियाद, अयाला एक्वा और निस्को शामिल थीं।
आयोजन के लिए जिन 25 भारतीय कंपनियों को आमंत्रित किया गया था उनमें लार्सन एंड टुब्रो, पुंज लॉयड, आईवीआरसीएल, एस्सार, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल), भारत हैवी इलेक्ट्रिक्स लिमिटेड (भेल) और नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) शामिल थीं। (भाषा)