शिक्षक दिवस से एक दिन पहले स्कूली बच्चों से बातचीत के दौरान एक बच्ची ने उनसे कहा कि आप अच्छे कपड़े पहनते हैं, आपका फैशन डिजाइनर कौन है। इस पर प्रधानमंत्री ने हंसते हुए कहा, 'न मेरा कोई फैशन डिजाइनर है और न मैं किसी फैशन डिजाइनर को जानता हूं। कई लोग इस बारे में बात करते हैं, हर का जवाब देना ठीक नहीं है।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि बचपन से एक आदत थी, अच्छे ढंग से रहने की। इसलिए लोटा में गर्म कोयला रख देता था और उसी से कपड़े प्रेस करता था। 'लेकिन मेरा कोई फैशन डिजाइनर नहीं है।' उन्होंने कहा कि लेकिन मेरा मानना है कि अवसर के हिसाब से कपड़े पहनने का प्रयास करना चाहिए। यह व्यावहारिकता की बात है।