'औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं', PM Modi के भाषण की बड़ी बातें

Webdunia
सोमवार, 13 दिसंबर 2021 (15:15 IST)
वाराणसी। दो दिवसीय काशी दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) ने काशी कॉरिडोर का लोकार्पण किया। मंदिर के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए 5 लाख 27 हजार वर्ग फीट से ज्यादा क्षेत्रफल में इसे विकसित किया गया है। काशी प्रवास पर यहां पहुंचने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में पहुंच कर पहले भगवान काल भैरव की पूजा अर्चना की।

इसके बाद गंगा स्नान के बाद बाद बाबा विश्वनाथ का पूजन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कॉरिडोर का काम करने वाले मजदूरों का फूल बरसाकर अभिवादन भी किया।

इसके बाद उन्होंने मजदूरों के साथ फोटो भी खिंचवाए। गंगा स्नान के अपने अनुभव को सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करते हुये मोदी ने कहा- मां गंगा की गोद में उनके स्नेह ने कृतार्थ कर दिया। ऐसा लगा जैसे माँ गंगा की कलकल करती लहरें विश्वनाथ धाम के लिए आशीर्वाद दे रही हैं। हर हर महादेव।

03:15 PM, 13th Dec
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा- मैं आपसे अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं- स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास।
 
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आतातायियों ने इस नगरी पर आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने के प्रयास किए। औरंगजेब के अत्याचार, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है। जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने की कोशिश की, जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने की कोशिश की। लेकिन इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है। 
 
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि काशी में अगर औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं। अगर  कोई सालार मसूद इधर बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं। अंग्रेजों के दौर में भी, हेस्टिंग का क्या हश्र काशी के लोगों ने किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं. पीएम ने कहा, यहां की धरती सारनाथ में भगवान बुद्ध का बोध संसार के लिए प्रकट हुआ। 

02:03 PM, 13th Dec
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा- 
 
विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का, ये प्रतीक है हमारी आध्यात्मिक आत्मा का, ये प्रतीक है भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का, भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।
 
हमारे पुराणों में कहा गया है कि जैसे ही कोई काशी में प्रवेश करता है, सारे बंधनों से मुक्त हो जाता है। एक अलौकिक ऊर्जा यहां आते ही हमारी अंतर-आत्मा को जागृत कर देती है। 

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी के भव्य स्वरूप 'काशी विश्वनाथ धाम' का लोकार्पण कर दिया है। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अभी मैं बाबा के साथ साथ नगर कोतवाल कालभैरव जी के दर्शन करके भी आ रहा हूं। देशवासियों के लिए उनका आशीर्वाद लेकर आ रहा हूं। काशी में कुछ भी नया हो, उनसे पूछना आवश्यक है। मैं काशी के कोतवाल के चरणों में भी प्रणाम करता हूं। 
 
- काशी विश्वानाथ कॉरिडोर में पीएम मोदी ने आज कॉरिडोर बनाने वाले श्रमिकों से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने उन पर फूलों की वर्षा की और उनके साथ बैठकर फोटो खिंचवाई।

01:15 PM, 13th Dec
प्रधानमंत्री मोदी ने गंगाजल से किया बाबा विश्वनाथ का अभिषेक।

12:20 PM, 13th Dec
काशी के ललिता घाट पहुंचक पीएम मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई। यहां से प्रधानमंत्री मोदी ने कलश में जल भरा और मां गंगा की पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी इस जल से बाबा काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे।

12:04 PM, 13th Dec

11:36 AM, 13th Dec
पीएम मोदी ने काल भैरव मंदिर पहुंचकर बाबा की आरती और पूजा अर्चना की। अब प्रधानमंत्री मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए निकल गए हैं। रास्ते में वे लोगों को अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं।
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#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में काल भैरव मंदिर में आरती की।

(सोर्स: DD) pic.twitter.com/mcZtBmKPAr

— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2021 >