मोदी-नेतन्याहू दोस्ती से पाकिस्तान बुरी तरह घबराया...

गुरुवार, 6 जुलाई 2017 (13:17 IST)
नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इसराइल यात्रा से भारत को कितना फायदा होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इस यात्रा से पाकिस्तान में घबराहट साफ दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान में माना जा रहा है कि मोदी के इस इसराइल दौरे का मुख्‍य मकसद उसे अस्थिर करना है। 
 
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह पहला अवसर है जब भारत का कोई प्रधानमंत्री इसराइल की यात्रा पर गया है। पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर फिलहाल बहस का एक विषय है और वह है भारत और इसराइल की दोस्ती। पाकिस्तान का मानना है कि भारत और इसराइल दोनों ही शैतानी मुल्क हैं और दोनों का मकसद पाकिस्तान को अस्थिर करना है। पाकिस्तान का डर इसलिए भी समझा जा सकता है कि पाक जहां आतंकियों को खुला समर्थन देता है, वहीं इसराइल की विशेषज्ञता आतंकवाद को खत्म करने में है। 
 
पाकिस्तान की बौखलाहट समझी जा सकती है। वहां विश्लेषकों का मानना है कि इसराइल भारत को भारी तादाद में हथियार देता है, भारत उससे टेक्नोलॉजी भी लेता है। इससे पाकिस्तान पर दबाव बढ़ेगा साथ ही क्षेत्र में हथियारों की रेस बढ़ेगी। पाक का मानना है कि भारत, अमेरिका और इसराइल का गठजोड़ खतरनाक है। पाक का मानना है कि पाक चीन जहां करीब आ रहे हैं, वहीं दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ रहा है। ऐसे में अमेरिका इसराइल को मजबूत बनाना चाहता है।

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