योजना के एक भाग के रूप में न्यूनतम कार्यक्रम लक्ष्यों के अनुरूप लगभग 19 संपीडित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे। इस पहल से विश्वसनीय, पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी ईंधन आपूर्ति उपलब्ध होने की उम्मीद है, साथ ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
आज भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर : उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है तो इस प्रक्रिया में बंगाल की भागीदारी अपेक्षित भी है और आवश्यक भी। इसी इरादे से केंद्र सरकार यहां अवसंरचना, नवोन्मेष और निवेश को निरंतर नई गति दे रही है। उन्होंने कहा कि शहरी गैस वितरण परियोजना केवल पाइपलाइन बिछाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह लोगों के दरवाजे तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। यह सिर्फ पाइपलाइन परियोजना नहीं है। यह सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने का भी एक उदाहरण है। इस पहल के जरिए हम पाइपलाइन के जरिए घरों तक स्वच्छ और ज्यादा किफायती ऊर्जा पहुंचाएंगे।
मोदी ने किया क्षेत्र की अनूठी भौगोलिक और सांस्कृतिक विरासत का वर्णन : क्षेत्र की अनूठी भौगोलिक और सांस्कृतिक विरासत का वर्णन करते हुए मोदी ने कहा कि अलीपुरद्वार की यह धरती न केवल सीमाओं से जुड़ी है, बल्कि संस्कृतियों से भी जुड़ी है। एक तरफ भूटान की सीमा है तो दूसरी तरफ स्वागत करता असम है। एक तरफ जलपाईगुड़ी की खूबसूरती है तो दूसरी तरफ कूचबिहार का गौरव है। उन्होंने कहा कि शहरी गैस वितरण परियोजना क्षेत्र के स्वच्छ ऊर्जा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्र की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।(भाषा)