अपने संबोधन के दौरान जब वे उन्होंने प्रस्तावित मंदिर के मामले में सरकारी सहायता के संदर्भ में कुछ कहना चाहा तो थोड़ी देर के लिए रुक गए। फिर वहां मौजूद पाटीदार समाज की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 के बाद भी वही रहेंगे, इसलिए उन्हें चिंता नहीं करनी चाहिए।
बाद में दुर्भाग्य से इनकी उपेक्षा होती रही, लेकिन सौभाग्य से अब फिर से ऐसे आध्यात्मिक सुधारक आगे आ रहे हैं। उन्होंने कन्याओं की कमी वाले पाटीदार समुदाय को कन्या भ्रूण हत्या से बचने की शपथ भी दिलाई। (भाषा)