पीठ ने कहा कि अब समय आ गया है कि लोग यह महसूस करें कि वे एक राष्ट्र में रहते हैं और यहां तक कि शास्त्रों में भी राष्ट्रवाद को स्वीकार किया गया है। श्याम नारायण चौकसी ने जनहित याचिका दायर कर न्यायालय से यह निर्देश देने का अनुरोध किया गया था कि राष्ट्रगान को देशभर के सिनेमा हॉलों में फिल्म प्रारंभ होने से पहले बजाया जाए और इसे बजाए जाने और आधिकारिक कार्यक्रमों में जहां संवैधानिक पदों पर आसीन शख्सियतें मौजूद हों, वहां इसके गायन के बारे में बाकायदा नियम बनाए जाएं।