मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा ध्वजारोहण किए जाने के बाद हालांकि उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, विधायक, एमएलसी, नौकरशाह और राजनीतिक दलों के पदाधिकारी सहित अन्य गणमान्य लोग राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े हुये। इस मौके पर मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। अठारह हजार की क्षमता वाले इस स्टेडियम में लगभग तीन हजार दर्शक ही मौजूद थे।
यहां पहली बार परेड में भाग ले रही उत्तर प्रदेश पुलिस की टुकड़ी के लिए स्टेडियम में दर्शकों की कम संख्या चौंकाने वाली थी। उत्तर प्रदेश पुलिस दल का नेतृत्व कर रहे पुलिस उपाधीक्षक शिवदान सिंह ने कहा कि राज्य में स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में कम लोगों का आना निराशाजनक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे राज्य में, स्वतंत्रता दिवस उत्सव की तरह मनाया जाता है। (भाषा)