वायुसेना के लापता विमान का नहीं मिला कोई सुराग

रविवार, 24 जुलाई 2016 (18:52 IST)
चेन्नई-विशाखापत्तनम। वायुसेना के लापता एएन 32 विमान का पता लगाने के मुश्किल भरा खोज अभियान का आज तीसरा दिन हो गया और अब खोज एवं बचाव टीम इस विमान का किसी सुराग पता लगाने के लिए सेटेलाइट तस्वीरें मांग रही है। बंगाल की खाड़ी में इस विमान का संपर्क टूट गया था और उस पर 29 लोग सवार थे।
एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने कहा, ‘अब तक विमान का कोई संकेत नहीं मिला है।’नौसेना और तटरक्षक बल के 19 जहाज, पनडुब्यिां, पी 81, सी 130 और डोनियर्स नामक आठ विमान चौबीसों घंटे इस लापता विमान को ढूंढने में जुटे हैं। यह मालवाहक विमान चेन्नई के समीप ताम्बरम वायुसेना अड्डे से 22 जुलाई को सुबह साढ़े आठ बजे उड़ान भरने के बाद लापता हो गया था।
 
खोज अभियान में खराब मौसम बहुत बड़ी चुनौती बन रहा है। अधिकारी अब इस क्षेत्र की सेटलाइट तस्वीरें मांग रहे हैं। पूर्वी नौसेना कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल एचसीएस बिष्ट ने विशाखापट्टनम में कहा, ‘खोज अभियान चौबीसों घंटे चल रहा है और सारे संसाधन इस काम में लगा दिए गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सेटेलाइट सूचना भी मांगी है।’उन्होंने कहा, ‘वहां पानी की गहराई 3500 मीटर है और कुछ स्थान पर यह उससे भी अधिक गहरा है। गहराई बढ़ने के साथ चुनौतियां भी बढ़ती है।’ 
 
बिष्ट ने कहा कि मौसम खराब है और वष्रा भी हो रही है। विमान में सवार लोगों के परिवारों को नियमित आधार पर सूचना दी जा रही है। इसी बीच वायुसेना के अधिकारियों ने एएन-32 विमान के लापता होने की औपचारिक शिकायत तमिलनाडु पुलिस में दर्ज कराई है।
 
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आज कहा, ‘हमें शिकायत मिली है कि भारतीय वायुसेना का एएन-32 मालवाहक विमान लापता हो गया है।’ उन्होंने बताया, ‘सेलैयुर थाना में कल रात शिकायत दर्ज की गई है।’अधिकारी ने बताया, ‘शिकायत में कहा गया है कि एएन-32 में 29 व्यक्ति सवार थे और विमान लापता है। लापता लोगों में से एक तमिलनाडु के रहने वाले हैं।’
 
कानूनी पहलुओं को ध्यान में रख कर यह शिकायत दर्ज कराई गई है। पिछले साल जब तटरक्षक का डोनियर विमान लापता हो गया था तब इसी तरह का एक मामला दर्ज किया गया था। बाद में तमिलनाडु के कुड्डालोर में सीजी डोनियर विमान का मलबा और इसके चालक दल के सदस्यों के शव मिले थे।
 
रूस में बने इस लापता विमान ने शुक्रवार को उड़ान भरने के 16 मिनट बाद आठ बजकर 16 मिनट पर अंतिम रेडियो संपर्क किया था। अधिकारियों के माथे पर शिकन बढ़ती जा रही है क्योंकि समय बीतता जा रहा है और खोज अभियान में अबतक कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने निजी रूप से खोज एवं बचाव अभियान का निरीक्षण करने के लिए कल हवाई सर्वेक्षण किया। (भाषा) 

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