मुखर्जी ने गुरुवार को यहां 'रक्षा संपदा दिवस' पर 'लोकतंत्र की मजबूती के लिए सुधार' विषय पर अपने व्याख्यान में संसद में लगातार जारी गतिरोध गहरी चिंता जाहिर की। उन्होंने सांसदों से कहा कि भगवान के लिए आप अपना काम करें। आपका काम संसद में विधायी काम करना है। संसद में कामकाज में बाधा डालना स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोग सांसदों को देश के लिए काम करने के उद्देश्य से संसद में भेजते हैं, हंगामे और शोर-शराबे के लिए नहीं। यह चिंता का विषय है कि संसद में कामकाज में बाधा डालना 'परंपरा' बन गई है। (वार्ता)