कोलकाता। नौसेना को पनडुब्बीरोधी युद्धपोत आईएनएस कवरत्ती जल्द मिल सकता है। सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रम गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियरर्स (जीआरएसई) के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक रियर एडमिरल वीके सक्सेना ने यह जानकारी दी। रडार की पकड़ में नहीं आने वाले इस युद्धपोत से नौसेना की ताकत में इजाफा होगा।
उन्होंने बताया कि इसके 90 फीसदी घटक स्वदेश निर्मित हैं और नई तकनीक की मदद से इसकी देखरेख की आवश्यकता भी कम होगी। रक्षा सूत्रों ने बताया कि पोत परमाणु, रासायनिक तथा जैविक युद्ध की स्थिति में भी काम करेगा।