नक्सली हमला : 'U टाइप' हमले में सुरक्षाबलों को फंसाया, जानिए कौन है नक्सल कमांडर हिडमा, जिसे माना जा रहा है बीजापुर हमले का मास्टरमाइंड

Webdunia
सोमवार, 5 अप्रैल 2021 (09:40 IST)
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए। आज गृहमंत्री अमित शाह बीजापुर जा रहे हैं। शाह हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि भी देंगे। कल दिल्ली में शाह ने अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की थी।

 पढ़िए विशेष आलेख : नक्सलियों का खतरनाक एजेंडा, 2050 तक लोकतंत्र का खात्मा...
 
खबरों के मुताबिक बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक टॉप माओवादी कमांडर की संभावित उपस्थिति के खबर के साथ जाल बिछाकर 'यू-टाइप' हमले को अंजाम दिया। सिलगेर के जंगल में जोनागुड़ा के पास सीआरपीएफ की कोबरा, बस्तरिया बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के करीब 2000 जवान पिछले 2 दिनों से अलग-अलग ऑपरेशन पर निकले हुए थे।

शनिवार सुबह फोर्स को सूचना मिली कि जोनागुड़ा के पास नक्सलियों का जमावड़ा है। उन्हें सैटेलाइट तस्वीरों में कुछ हलचल दिखाई दे रही थी। यह सूचना फोर्स के पास आई तो जोनागुड़ा का ऑपरेशन अधिकारियों ने प्लान किया। इसके बाद सभी तरह की फोर्स, जो उस समय आसपास के जंगलों में सर्चिंग कर रही थी, उसे मैसेज दिए जाने लगे कि वो जोनागुड़ा की ओर बढ़ें।

ALSO READ: बीजापुर नक्सली हमले पर CM भूपेश बघेल बोले- ये इंटेलिजेंस फेलियर नहीं, हमारा ऑपरेशन जारी रहेगा
जानकारों का कहना है कि जोनागुड़ा का एक इलाका गुरिल्ला वार जोन के अंतर्गत आता है। इसमें गुरिल्ला वार अर्थात छिपकर हमले की रणनीति ही कारगर होती है। यहां कभी भी एकसाथ फोर्स नहीं जाती, छोटी-छोटी टुकड़ियों में जाती है। लेकिन सभी फोर्स को इनपुट मिल रहे थे कि नक्सली यहां है, ऐसे में एक के बाद एक फोर्स की टुकड़ियां यहां पहुंचती रहीं। पहले से U शेप में घात लगाकर बैठे नक्सली इसी इंतजार में थे। फोर्स जैसे ही इस जोन में बड़ी संख्या में घुसी, एंबुश में फंस गई। नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। मुठभेड़ करीब 5 घंटे चली। नक्सली ऊपरी इलाकों में थे, फोर्स के एंट्रेंस पर नजर रखे हुए थे, लिहाजा उन्होंने फौज का बड़ा नुकसान किया।
 
हिडमा है मास्टरमाइंड : खबरों के मुताबिक हिडमा ही शनिवार के हमले का मास्टरमाइंड है। खबरों के मुताबिक शनिवार को भी PLGA बटालियन अपने कमांडर हिडमा के नेतृत्व में ही काम कर रही थी। बीते साल भी नक्सलियों ने सुकमा के मिनापा में ऐसा ही हमला किया था जिसमें 17 जवान शहीद हुए थे।  हिडमा की उम्र 40 साल के आसपास है और वह सुकमा जिले के पुवर्ती गांव का आदिवासी है।

हिडमा 90 के दशक में नक्सली बना। वह पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की बटालियन नंबर 1 का मुखिया है। हिडमा को उसके भयंकर और घातक हमलों के लिए जाना जाता है। हिडमा करीब 180 से 250 नक्सलियों का समूह का सरगना है जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं।

हिडमा कितना कुख्यात है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके सिर पर 40 लाख रुपए का इनाम है।  एनआईए ने भी हिडमा के खिलाफ भी मांडवी मर्डर केस में चार्ज शीट फाइल की है। भीमा मांडवी बीजेपी विधायक थे। अप्रैल 2019 में दंतेवाड़ा में उन पर हमला हुआ था जिसमें वह, उनका ड्राइवर और 3 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख