NEET UG Case : छात्रों का अनिश्चितकालीन धरना तीसरे दिन भी जारी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 28 जून 2024 (22:23 IST)
NEET UG exam controversy : राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (NEET) स्नातक और स्नातकोत्तर, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग- राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (UGC NET) में अनियमितताओं के खिलाफ विद्यार्थियों द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर किया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को भंग करने और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफे सहित विभिन्न मांग कर रहे हैं।
 
वाम समर्थित छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आईसा) और दिल्ली विश्वविद्यालय के क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) सहित विभिन्न समूह जंतर मंतर पर एकत्र हुए और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में धांधली के खिलाफ प्रदर्शन किया। ‘इंडिया अंगेस्ट एनटीए’ के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थी राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को भंग करने और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफे सहित विभिन्न मांग कर रहे हैं।
 
प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज : कांग्रेस की युवा इकाई आईवाईसी सहित विभिन्न विद्यार्थियों ने बृहस्पतिवार को जंतर-मंतर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था और वहां से प्राप्त तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। एक अन्य प्रदर्शन में कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के कार्यकर्ता ओखला स्थित एनटीए के मुख्यालय में दाखिल हो गए और एजेंसी के कार्यालय के प्रवेश द्वारा पर ताला जड़ दिया।
पुलिस ने एनटीए कार्यालय पर हंगामा करने के मामले में एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-186 (सरकारी अधिकारी को उसका कर्तव्य पालन करने से रोकने), 353 (लोकसेवक पर हमला), 452 (जबरन प्रवेश करने), 342/34 (अवैध रूप से बंधक बनाने) की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
 
करीब 60 छात्रों को हिरासत में लिया : पुलिस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के दौरान आईएस और केवाईएस के कार्यकर्ताओं सहित करीब 60 छात्रों को हिरासत में लिया। छात्रों ने बुधवार को जंतर-मंतर पर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था और शाम पांच बजे के बाद उन्हें प्रदर्शन स्थल से हटने पर मजबूर होना पड़ा। पूरी रात धरना देने की कोशिश करने के कारण उन्हें हिरासत में लिया गया और अलग-अलग पुलिस थानों में ले जाया गया। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख