सेना की ऑपरेशनल तैयारियों पर जोर देते हुए बिपिन रावत के उत्तराधिकारी नरवणे ने कहा कि मेरा मुख्य फोकस आर्मी को किसी क्षण किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार करना होगा। पाकिस्तान पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा कि पड़ोसी देश हमारे खिलाफ छद्म युद्ध चला रहा है और वह इससे इंकार भी करता है। हालांकि यह सब कुछ ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकता।
उल्लेखनीय है कि जनरल नरवणे को सितंबर में सेना उपप्रमुख नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह सेना की पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे, जो चीन के साथ लगती भारत की लगभग 4,000 किलोमीटर सीमा की निगरानी करती है। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के कैडेट रहे हैं। उन्हें जून 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट की सातवीं बटालियन में कमीशन मिला था।