पीठ ने कहा, 'यह सही नहीं है। आप उन लोगों पर तीखी टिप्पणियां नहीं कर सकते, जिन्होंने अपना जीवन पर्यावरण के नाम कर दिया। हम आप लोगों को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर कोई इस तरह से आलोचना करता है तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करने से हिचकिचाएंगे नहीं।'
इससे पहले विशेषज्ञों की एक समिति ने एनजीटी को बताया था कि यमुना के उस डूबक्षेत्र को पुर्नजीवित करने के लिए 42.02 करोड़ रुपए की भारी रकम की जरूरत पड़ेगी, जिसे पिछले साल आर्ट ऑफ लीविंग द्वारा आयोजित भव्य सांस्कृतिक समारोह के कारण नुकसान पहुंचा। (भाषा)