एजेंसी के मुताबिक, 3 राज्यों में संदिग्धों के परिसरों पर की गई छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड जैसे डिजिटल उपकरणों सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए।
एनआईए ने कहा कि आरोपी को गजवा-ए-हिन्द मॉड्यूल का सदस्य पाया गया, जो पाकिस्तान में बैठे आकाओं द्वारा संचालित था। इसका उद्देश्य भारतीय क्षेत्र में गजवा-ए-हिंद की स्थापना के लिए प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था।
इसने कहा कि जांच से पता चला कि दानिश एक व्हाट्सऐप ग्रुप गजवा-ए-हिंद का संचालन कर रहा था, जिसे ज़ैन नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक ने बनाया था। उसने देश में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल बनाने के उद्देश्य से कई भारतीयों, पाकिस्तानियों, बांग्लादेशियों और यमनी नागरिकों को इस ग्रुप में जोड़ा था।