नीरव मोदी की इस चालाकी से लगा पीएनबी को 11000 करोड़ का फटका...

Webdunia
गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018 (12:00 IST)
फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सूची में भी शामिल रहे हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने एक ऐसा जाल रचा कि पीएनबी के अधिकारी उसमें उलझकर रह गए और बैंक को 11 हजार 346 करोड़ का बड़ा फटका लग गया। 
 
अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी (46) ने बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय ऋणदाताओं से विदेशी ऋण हासिल किया। इनमें से 2 करोड़ नीरव के भाई निशाल और 9 करोड़ मेहुल चौकसी ने प्राप्त किए।
 
पीएनबी ने बयान में कहा कि उसकी मुंबई की एक शाखा में कुछ धोखाधड़ी वाले अनाधिकृत लेन-देन का पता चला है। ये लेन-देन कुछ चुनिंदा खाताधारकों को लाभ पहुंचाने वाले हैं और इसमें उनकी भी साठगांठ है। बैंक ने कहा कि इन लेन-देन के आधार पर अन्य बैंकों ने संभवत: कुछ ग्राहकों को विदेशों में ऋण दिया है। 
 
हालांकि, पीएनबी ने इन बैंकों का नाम नहीं लिया। लेकिन समझा जाता है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और एक्सिस बैंक ने पीएनबी के गारंटी पत्रों के आधार पर कर्ज दिया। एलओयू वह पत्र है जिसके आधार पर एक बैंक द्वारा अन्य बैंकों को एक तरह से गारंटी पत्र उपलब्ध कराया जाता है जिसके आधार पर विदेशी शाखाएं ऋण की पेशकश करती हैं। विदेशी बैंक शाखाएं भी जांच के घेरे में हैं। 
 
पीएनबी ने सीबीआई के पास पिछले हफ्ते एफआईआर दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में पीएनबी ने तीन हीरा कंपनियों डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स का नाम लिया था। शिकायत में कहा गया था कि उन्होंने 16 जनवरी को बैंक से विदेशी आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान को खरीदार ऋण के लिए संपर्क किया था।
 
बैंक ने एलओयू जारी करने के लिए प्रतिशत का नकद मार्जिन मांगा था जिसका इन कंपनियों ने विरोध करते हुए कहा था कि वे यह सुविधा 2010 से प्राप्त कर रही हैं। उस समय बैंक ने कहा था कि वह रिकॉर्डों की जांच कर रहा है जिससे पता चल सके कि घोटाला कितना बड़ा है।
 
नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी और भाई निशाल और मेहुल चौकसी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स तथा स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं। इन कंपनियों की हांगकांग, दुबई और न्यूयॉर्क जैसे विदेशी गंतव्यों में इकाइयां हैं। 
 
मोदी के आभूषण दुनिया भर की हस्तियों में काफी लोकप्रिय हैं। मोदी के खिलाफ पहले से ही पीएनबी की एक शाखा में कथित रूप से 280 करोड़ रुपए की जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले की सीबीआई जांच चल रही है।
 
प्रवर्तन निदेशालय भी इस बात की जांच करेगी कि क्या बैंकसे धोखाधड़ी कर प्राप्त की गई राशि से हेरा-फेरी की गई थी और अवैध संपत्ति बनाने के लिए आरोपियों ने इस तरीके का बार-बार इस्तेमाल किया था।
 
सीबीआई ने इस संबंध में नीरव मोदी, उनके भाई, उनकी पत्नी और कारोबारी भागीदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके अलावा जांच एजेंसी ने मोदी, उनके भाई निशाल, पत्नी एमी और मेहुल चीनूभाई चौकसी के आवास पर छापेमारी भी की है। ये सभी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं। दो बैंक अधिकारियों के आवास पर भी छापेमारी की गई है। 

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