उल्लेखनीय है निजामुद्दीन मरकज हजारों की संख्या में जमाती रुके थे और बाद में वे पूरे देश में फैल गए थे। इस संबंध में आरोप लगाए गए थे कि जमातियों के कारण शुरुआती दौर में कोरोना के मामले फैले थे। दूसरी ओर, इसके बाद से फरार मरकज प्रमुख मौलाना साद अब तक पुलिस के गिरफ्त में नहीं आया है।