श्रीनगर में गैर-कश्मीरी पर हमला, गोलगप्पे वाले की आतंकियों ने की हत्या, पुंछ में मिले 2 सेनाधिकारियों के शव, 7 दिनों से चल रही मुठभेड़

सुरेश एस डुग्गर

शनिवार, 16 अक्टूबर 2021 (20:11 IST)
जम्मू। आतंकियों ने कश्मीर में आज एक और बिहारी की हत्या कर डाली है जबकि यूपी का एक नागरिक गंभीर रूप से जख्मी हुआ था उसने भी दम तोड़ दिया। कश्मीर में इस महीने में अभी तक आतंकियों ने 5 अल्पसंख्यकों को मौत के घाट उतारा है।
 
पुलिस ने बताया कि आज देर रात आतंकियों ने श्रीनगर के ईदगाह मैदान इलाके में बिहार के अरविंद कुमार और पुलवामा में यूपी के रहने वाले सगीर अहमद पर गोलियां बरसाई थीं। अरविंद कुमार की मौके पर ही मौत हो गई जबकि यूपी के नागरिक ने देर रात को दम तोड़ दिया। अरविंद कुमार काफी समय से श्रीनगर में गोलगप्पे बेच रहा था। उत्तरप्रदेश के नागरिक की पहचान सहारनपुर के रहने वाले सगीर अहमद के रूप में की गई। वह कई साल से पुलवामा में एक आरा मिल में कारपेंटर का काम करता था।
 
इस महीने में आतंकियों ने अभी तक 5 अल्पंसख्यक समुदाय के लोगों की हत्या कर दी है जबकि उन्होंने तीन प्रवासी नागरिकों पर भी गोलियां दाग उन्हें जख्मी कर दिया। इसी तरह से उन्होंने कई कश्मीरी नागरिकों को भी मौत के घाट उतारा है। पुलिस का कहना था कि प्रवासी नागरिकों पर हुए ताजा हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के साथ ही रेड अलर्ट जारी किया गयी है। इससे पहले 5 अक्टूबर को आतंकियों ने बिहार के ही वीरेंद्र पासवान को मार डाला था।
 
अक्टूबर के पहले सप्ताह में 7 मौतों के कारण कश्मीर में रहने वाले अल्पसंख्यकों के बीच डर भी बढ़ गया है। शहरों में पुलिस हाईअलर्ट पर है और जगह-जगह तलाशी ली जा रही है। रिपोर्ट कहती है कि पुलिस सूत्रों के मुताबिक शहर में हमलों के बारे में खुफिया इनपुट थे और कई जगहों पर अतिरिक्त नाके भी लगाए गए थे।

हालत यह है कि कश्मीर में दहशत का माहौल है खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग तथा प्रवासी नागरिक दहशतजदा हैं। यह इसी से स्पष्ट होता है कि कश्मीर में नागरिकों की हत्या करने की यह पिछले 16 दिनों में 10वीं घटना है, जिसमें से 6 सिर्फ श्रीनगर की ही हैं।
 
16 दिनों में होने वाली 10 आतंकी घटनाओं की खास बात यह थी कि आतंकियों ने जिन 9 लोगों को मारा था उनमें से 5 अल्पसंख्यक समुदाय के लोग थे और तीन कश्मीरी मुस्लिम थे। इनमें एक जम्मू का रहने वाला भी था और दो बिहार के। इतना जरूर था कि इन सभी हत्याओं के पीछे एक ही आतंकी गुट टीआरएफ था जो कश्मीरियों के लिए आतंक का पर्याय बन चुका है और अब कश्मीरी उससे दहशतजदा भी हैं। हालांकि आज के हमलों की जिम्मेदारी इस्लामकि स्टेट ने ली है।
पुंछ में मिले 2 सेनाधिकारियों के शव : पुंछ में 7 दिनों से चल रही मुठभेड़ में जो 2 सेनाधिकारी लापता हो गए थे उनके भी शव मिल जाने के बाद इस मुठभेड़ में मरने वाले जवानों व अधिकारियों की संख्या बढ़ कर 9 हो गई है। आतंकियों के खात्मे के लिए पैरा कमांडो तथा लड़ाकू हेलिकाप्टरों का सहारा लिया जा रहा है जबकि उन पर छोटे तोपखानों से गोले भी बरसाए जा रहे हैं।
 
पुंछ जिला अंतर्गत पड़ने वाले नाढ़ खास के घने जंगलों में वीरवार देर रात को जहां मुठभेड़ हुई थी, वहां से दो और जवानों के शव शनिवार को मिले हैं। इनमें एक शव लापता जेसीओ का बताया जाता है। वे मुठभेड़ के बाद से ही लापता थे। अब यहां नाढ़ खास के जंगलों में शहीद होने वाले जवानों की संख्या चार हो गई। पहले शहीद हुए दोनों जवान उत्तराखंड के थे। आज जिनके शव मिले हैं, उनके बारे में विस्तृत जानकारी सार्वजनिक किए जाने का इंतजार है। जबकि रविवार को पांच जवान आतंकी हमले में मारे गए थे।
 
नाढ़ खास इलाके के जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर वीरवार की देर रात को जवानों की एक टुकड़ी ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान पेड़ों की आड़ में पहले से घात लगाए आतंकियों ने जवानों पर हमला बोल दिया और वहां मुठभेड़ शुरू हो गई।

इस दौरान उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल निवासी राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और उत्तराखंड के ही पोखारी चमोली निवासी योगंबर सिंह गंभीर शहीद हो गए थे। हमले वाले दिन जेसीओ सहित जवान के शहीद होने की सूचना फैली। बाद में सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि शहादत पाने वाले दोनों जवान राइफलमैन थे। घना जंगल और पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से अभियान चलाने में काफी परेशानी हो रही है। 
 
यह मुठभेड़ अब 7वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। आतंकियों को मार गिराने को करीब 10 हजार जवान लगाए गए हैं। फिलहाल न ही यह जानकारी मिल पाई है कि कितने आतंकी हैं और न ही आतंकियों के शव मिलने पाने के कारण 4 से 6 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हो पाई है।
 
लश्करे तोइबा के टॉप कमांडर को किया ढेर : सुरक्षाबलों ने अब लश्करे तौयबा के टॉप टेन आतंकियों में से एक को मार गिराया है। उसका साथी भी मारा गया है। इस बीच पुलवामा में आतंकियों ने एक आतंकी के भाई का भी अपहरण कर लिया है।
 
पंपोर में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तौयबा के टॉप कमांडर उमर मुश्ताक खांडे और उसके साथी आतंकी को ढेर कर दिया है। मुश्ताक घाटी के युवाओं को गुमराह कर आतंकी संगठन में शामिल करता था। दो जवानों की हत्या के साथ ही वह कई आतंकी हमलों में शामिल था।
 
कश्मीर जोन पुलिस के महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर उमर मुश्ताक खांडे को ढेर कर दिया गया है। उमर मुश्ताक ने दो पुलिसकर्मियों मोहम्मद यूसुफ और सुहैल अहमद की श्रीनगर में हत्या की थी। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि हम आतंकियों के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध हैं।
 
पुलिस ने बताया कि आज पंपोर के द्रंगबल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकियों का खात्मा हो गया है। मारे गए आतंकियों के पास हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। पुलिस, सेना की 50-आरआर(राष्ट्रीय राइफल्स) और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
 
इस बीच पुलवामा जिले में आतंकियों ने शनिवार को एक आतंकी के भाई का अपहरण किया है। जिसकी पहचान शकील अहमद शोफी के रूप में हुई है। शकील शोफी के भाई (आतंकी) शमीम शोफी को हाल ही में पुलिस ने पकड़ा था। शमीम लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी है।
 
सूत्रों ने बताया कि जिले के निकलूरा इलाके में पिस्टल धारी आतंकी शकील के घर में घुसे और उसे अपने साथ ले गए। पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आते ही अपहरण करने वाले आतंकियों की तलाश में अभियान शुरू किया गया है।

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