कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि 8 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘नोटबंदी’ की तबाही को आर्थिक क्रांति का नया सूत्र बताते हुए तीन कारण दिए - सारा काला धन पकड़ा जाएगा, फर्जी नोट पकड़े जाएंगे, आतंकवाद व नक्सलवाद खत्म हो जाएगा। लेकिन आरबीआई की रिपोर्ट कहती है कि 99 फीसदी नोट जमा हो गए।
सुरजेवाला ने दावा किया, 'नोटबंदी से ठीक पहले भाजपा व आरएसएस ने सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति पूरे देश में खरीदी। क्या भाजपा व आरएसएस को नोटबंदी के निर्णय की जानकारी पहले से थी? क्या कारण है कि भाजपा व आरएसएस ने इतने सैकड़ों व हजारों करोड़ की संपत्ति खरीदी व इसे सार्वजनिक करने से इंकार कर दिया? क्या इसकी जाँच नहीं होनी चाहिए?'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की जिसके तहत, उन दिनों चल रहे 500 रुपए और एक हजार रुपए के नोट चलन से बाहर हो गए थे। (भाषा)