नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई। इसमें जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के कथित रूप से मारे जाने की खबर पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, वित्तमंत्री अरुण जेटली और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विजय गोखले शामिल हुए।
हालांकि पाकिस्तानी मीडिया ने पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड अजहर के मारे जाने की खबरों को खारिज किया है। जियो टीवी ने मसूद के परिवार के करीबी सूत्रों के हवाले से कहा कि वह जिंदा है। वहीं, भारतीय जांच एजेंसियां मसूद अजहर के मारे जाने की खबर की सच्चाई जानने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि अभी तक पाकिस्तान ने मसूद अजहर के मारे जाने की न तो पुष्टि की है और न ही खंडन किया है।
मोदी द्वारा अपने आवास 7, लोककल्याण मार्ग पर बुलाई गई बैठक में एयर स्ट्राइक के बाद के हालात पर भी चर्चा हुई। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षा बलों के साथ 48 घंटे चली मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए और 5 जवान शहीद हो गए। इसमें एक सिविलियन की भी जान गई।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सलाह देते हैं। साल 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद का गठन किया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ब्रजेश मिश्रा को पहला एनएसए बनाया था। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद नियमित रूप से बैठक करती है। यह बैठक मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बेहद अहम मानी जा रही है।