जी हां यह मु्द्दा जुड़ा है एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट से जिसे 2011 में एचसीएल कंपनी ने कैंपस प्लेसमेंट में सिलेक्ट किया था। लेकिन कॉलेज खत्म होने के बाद उसे कंपनी ने अपनी ओर से बुलावा नहीं भेजा, लेकिन ठीक 3 साल बाद कंपनी ने कैंपस उसे ऑफर लेटर भेजा।
यह पहली दफा नहीं है जब इस तरह की गड़बड़ी एचसीएल की रिक्रूटमेंट प्रोसेस में देखी जा रही है। इसके पहले भी 2013 में भी इस तरह की गड़बड़ियां देखने को मिली थी, और स्टूडेंट्स ने इसके खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी।