सूत्रों के अनुसार पुलिस से पूछताछ में अख्तर ने पहले अपना नाम महबूब राजपूत बताया था, लेकिन बाद में गहन पूछताछ करने पर उसने अपनी असलियत जाहिर कर दी। पुलिस ने राजनयिक छूट होने के मद्देनजर उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं करके पाकिस्तानी उच्चायोग के हवाले कर दिया और सरकार ने उसे वियना संधि के प्रावधानों के अनुसार अवांछित घोषित करके देश छोड़ने के लिए कह दिया।