नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संघर्ष विराम उल्लंघनों को बंद करने के लिए भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत की पुरजोर पैरवी की।
वे जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। पिछले 2 दिनों में 3 नागरिक और 2 बीएसएफ जवानों समेत 5 लोगों की मौत हो गई और 28 अन्य घायल हुए हैं।
उन्होंने यहां कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे एनएसए अजीत डोभाल संघर्ष विराम उल्लंघनों पर रोक लगवाने के लिए फोन उठाएंगे और अपने पाकिस्तानी समकक्ष सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल नासिर खान जांजुआ से बात करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से लगे नागरिक इलाकों और सीमा चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों की फायरिंग और गोलाबारी में शुक्रवार को 2 सुरक्षाबलों और 2 नागरिकों की मौत हो गई थी। हालांकि इस पर भारतीय थलसेना ने जोरदार और प्रभावी जवाब दिया। इसके फौरन बाद केंद्र सरकार के गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने एक बयान जारी कर कहा था कि पाकिस्तान की 1 गोली का जवाब भारत 10 गोलियों से देगा। (वार्ता)