रक्षा सूत्रों ने ऐसे निर्देशों की पुष्टि करते हुए कहा है कि पिछले कुछ अरसे से सीमा पर होने वाली इक्का-दुक्का गोलीबारी की घंटनाओं में पाक रेंजरों द्वरा अपना हाथ होने से इंकार किए जाने के कारण इसको लेकर शंका पैदा हो रही है कि ऐसा उस पार प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आतंकियों द्वारा किया जा रहा है, जिन्हें पाक सेना ही शरण दिए हुए है।
स्थानीय नागरिकों को भी सुरक्षाबलों की सलाह : नतीजतन सैनिकों ने भारतीय नागरिकों से भी देर-सवेर सीमा के पास फटकने से मना करते हुए कह दिया है कि संदिग्ध हालात में घूमने वाले लोगों को गोली मार दी जाएगी। वैसे कुछ हफ्ते पहले हीरानगर सेक्टर में दो बार बीएसएफ जवान संदिग्धों पर गोली चला चुके हैं। यह हलचल तारबंदी के पार देखी गई थी।
क्या हैं आईएसआई चीफ के आदेश? : जानकारी के मुताबिक, आईएसआई के चीफ ने यूनाइटेड जेहाद काउंसिल को आदेश दिया है कि आतंकवादियों को सीमा पर ही सीधे कार्रवाई करने के लिए कहा जाए। इस रणनीति के तहत आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब भी हुए हैं। सीधी कार्रवाई के तहत आतंकी कुछ अरसे से सीमा पर ऐसी कोशिशों को अंजाम भी दे रहे हैं।
इस बीच, सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने के भी आदेश दिए गए। जम्मू फ्रंटियर का जिम्मा संभालने वाली बीएसएफ के अधिकारियों के अनुसार सीमा पर आतंकवादियों की हरकतें बढ़ी हैं। घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं और हर समय सुरक्षा की मानिटरिंग गंभीर रूप से की जा रही है। आतंकियों की इस रणनीति का तोड़ तलाशने के लिए सुरक्षा बल गंभीर रूप से तैयारियों में जुटे हैं। हालांकि उनकी तैयारियों में सीजफायर अब बाधा पैदा कर रहा है।